Author(s): भारती अग्रवाल

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Address: भारती अग्रवाल
शोध छात्रा, हिन्दी, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर
*Corresponding Author

Published In:   Volume - 2,      Issue - 3,     Year - 2011


ABSTRACT:
हिन्दी साहित्य की शुरुआत अपभ्रंश काल से मानी जाती है। इसी तरह छत्तीसगढ़ में साहित्य की शुरुआत प्रशस्तियों के रूप में संस्कृत काल से मानी जाती है। हिन्दी साहित्य के इतिहास की तर्ज पर डाॅ. नरेन्द्र देव वर्मा ने छत्तीसगढ़ के साहित्य के इतिहास को मुख्य तीन भागों में विभाजित किया है।


Cite this article:
भारती अग्रवाल. छत्तीसगढ़ में साहित्य की यात्रा (सातवीं शताब्दी से 21 वीं शताब्दी तक). Research J. Humanities and Social Sciences. 2(3): July-Sept., 2011, 103-105.

Cite(Electronic):
भारती अग्रवाल. छत्तीसगढ़ में साहित्य की यात्रा (सातवीं शताब्दी से 21 वीं शताब्दी तक). Research J. Humanities and Social Sciences. 2(3): July-Sept., 2011, 103-105.   Available on: https://www.rjhssonline.com/AbstractView.aspx?PID=2011-2-3-5


संदर्भ ग्रंथ
1  तिवारी नंदकिशोर, छत्तीसगढ़ी साहित्य दशा और दिशा, रायपुर, वैभव प्रकाशन, पृ.सं. 8
2  यदु मन्नुलाल, छत्तीसगढ़ की अस्मिता, रायपुर, छत्तीसगढ़ अस्मिता प्रतिष्ठान, पृ.सं. 182
3  शुक्ल आचार्य रामचन्द्र, हिन्दी साहित्य का इतिहास, जयपुर, देवनागर प्रकाशन, 2006, पृ.सं. 157
4  छत्तीसगढ़ की रचना बिरादरी, रायपुर, छत्तीसगढ़ प्रदेश हिन्दी साहित्य सम्मेलन, देशबंधु परिसर, 2003, पृ.सं. 1
5  तिवारी नंदकिशोर, छत्तीसगढ़ी साहित्य दशा और दिशा, रायपुर, वैभव प्रकाशन, पृ.सं. 10
6  वर्मा देवी प्रसाद, छत्तीसगढ़ के साहित्यकार, रायपुर, शताक्षी प्रकाशन, पृ.सं. 13
7  शुक्ल आचार्य रामचन्द्र, हिन्दी साहित्य का इतिहास, जयपुर, देवनागर प्रकाशन, 2006, पृ.सं. 371
8  वर्मा देवी प्रसाद, छत्तीसगढ़ के साहित्यकार, रायपुर, शताक्षी प्रकाशन, पृ.सं. 19
9  तिवारी नंदकिशोर, छत्तीसगढ़ी साहित्य दशा और दिशा, रायपुर, वैभव प्रकाशन, पृ.सं. 128-129
10 शुक्ल आचार्य रामचन्द्र, हिन्दी साहित्य का इतिहास, जयपुर, देवनागर प्रकाशन, 2006, पृ.सं. 466

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RNI: Not Available                     
DOI: 10.5958/2321-5828 


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