Author(s): उमा गोलेे, विमल देवांगन

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DOI: Not Available

Address: डाॅ. उमा गोलेे1 एवं विमल देवांगन2
1वरि. सहा.प्राध्यापक, एवं 2शोध छात्र, भूगोल अध्ययन शाला, पं. रविशंकरशुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर छग
*Corresponding Author:

Published In:   Volume - 3,      Issue - 3,     Year - 2012


ABSTRACT:
प््रास्तुत अध्ययन पूर्णतः द्वितीयक आंकडों पर आधारित है। छत्तीसगढ़ राज्य के उत्तर-पश्चिम में जिला कबीरधाम स्थित है। 2011 की जनगणना के आधार पर जिले की कुल जनसंख्या 822239 जिसमें 21.9 प्रतिशत जनजातीय हैं जनजातियों में बैगा एवं गोंड़ प्रमुख हैं। अध्ययन हेतु जिले के सम्पूर्ण विकासखण्डों को इकाई माना है। उल्लेखनीय है कि खाद्य सुरक्षा का प्रत्यक्ष संबंध कृषि उत्पादकता द्वारा प्राप्त होता है साथ ही कृषि उत्पादन का सीधा प्रभाव क्षेत्र विशेष की भूवैन्यासिक दशाओं द्वारा निर्धारित होता है। अस्तु अध्ययन का मुख्य उद्ेश्य प्रदेश में कृषि के अंतर्गत फसल उत्पादन पर आधारित मूल्य के रूप में खाद्यान्न उपलब्धता का मापन कर खाद्य सुरक्षा प्रतिरूप प्रस्तुत करना है। जिले में खाद्य सुरक्षा की गणना हेतु नूर मोहम्मद ;2002द्ध तकनीकी का प्रयोग किया गया। गणना के आधार पर प्राप्त मानों को तीन श्रेण्यिों में यथा- सुरक्षित, आंशिक असुरक्षित एवं असुरक्षित खाद्य सुरक्षा में वर्गीकृत किया।


Cite this article:
उमा गोलेे, विमल देवांगन. जिला कबीरधाम में खाद्य सुरक्षा की दशाएंॅ. Research J. Humanities and Social Sciences. 3(3): July-September, 2012, 372-375.

Cite(Electronic):
उमा गोलेे, विमल देवांगन. जिला कबीरधाम में खाद्य सुरक्षा की दशाएंॅ. Research J. Humanities and Social Sciences. 3(3): July-September, 2012, 372-375.   Available on: https://www.rjhssonline.com/AbstractView.aspx?PID=2012-3-3-14


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