ABSTRACT:
एक शिक्षक के रूप में हमें हमेशा अपडेट रहना चाहिए कि कौन सी घटना कब घट रही है, या क्यों घट रही है ? या यूँ कहें ये कि क्या ही शिक्षक को जन्म देता है, तो गलत नहीं होगा और इस क्या का उत्तर आज बहुत ही कम समय में जो खोज सकता है वह है सूचना प्रौद्योगिकी, अर्थात् सूचना प्रौद्योगिकी ने शिक्षा को एक नया आयाम दिया है, यह एक शिक्षक, विद्यार्थी, दोस्त, भाई-बहन जैसा रिश्ता हमारे साथ बना चुका है आज हम सुबह उठने के लिए मोबाईल में अलारम लगाते हैं। पूरे दिन का कार्यक्रम एक दिन पहले मोबाईल या लैपटाॅप या टैबलेट, जैसे सूचना संचार माध्यमों में अपडेट करके रखते हैं, ताकि कुछ छूट न जाए। कुछ स्वचालित यंत्रों को अपने जिम्मेदारी का काम देते हैं और शायद अपने बाद अपने एक आॅपशन के रूप में इन मशीनों का प्रयोग करते हैं। दिवार के पार या सात समंदर पार तक इसके द्वारा आसानी से झांक सकते हैं, ऐसा है सूचना व संचार प्राद्योगिकी।
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कुबेर सिंह गुरूपंच, नागेश्वर प्रसाद साहू. सूचना प्रौद्योगिकी एवं वर्तमान परिवेश. Research J. Humanities and Social Sciences. 5(2): April-June, 2014, 225-227.
Cite(Electronic):
कुबेर सिंह गुरूपंच, नागेश्वर प्रसाद साहू. सूचना प्रौद्योगिकी एवं वर्तमान परिवेश. Research J. Humanities and Social Sciences. 5(2): April-June, 2014, 225-227. Available on: https://www.rjhssonline.com/AbstractView.aspx?PID=2014-5-2-14
संदर्भ
1 डॉ. धीरेन्द्र पाठक, वर्तमान परिवेश में पत्रकारिता का लक्ष्य, डमकपं ां उंहपबए थ्तपकंलए छवअमउइमत 27ए 2009
2 डॉ. ओम विकास, हिन्दी का वर्तमान और भविष्य की दृष्टि
3. Pandeya Jitendra Kumar, Bharata-Svidana sambandha (1985-2010)
4. Avbodh Kshamta for Samanya Adhyayan Paper II: - Page 4-6
5. Civil Seva Prashna Patra Ii 60 Dino Mein - Page 10