Author(s): आर.पी सहारिया

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Address: आर.पी सहारिया
विभागाध्यक्ष अर्थशास्त्र विभाग, शासकीय.जे.एम.पी. महाविद्यालय, तखतपुर, जिला बिलासपुर (छ.ग.)
*Corresponding Author:

Published In:   Volume - 5,      Issue - 3,     Year - 2014


ABSTRACT:
किसी भी देश के आर्थिक विकास के निर्धारक घटकों में प्रमुख घटक साक्षरता है। देश के विकास हेतु प्राकृतिक, मानवीय संसाधन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है, परन्तु अभी भी देश में विकास हेतु आवश्यक कुशल एवं प्रशिक्षित जनशक्ति का आभाव है। शिक्षा एक ऐसा आर्थिक एवं सामाजिक घटक है जो व्यक्ति की उत्पादकता में वृद्धि के साथ साथ एक सुदृढ परिवार एवं समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।


Cite this article:
आर.पी सहारिया. भारत में जनांकिकीय प्रवृत्तियाँ एवं उनका प्रभाव: (साक्षरता एवं जन्मदर के विशेष संदर्भ में). Research J. Humanities and Social Sciences. 5(3): July-September, 2014, 336-342

Cite(Electronic):
आर.पी सहारिया. भारत में जनांकिकीय प्रवृत्तियाँ एवं उनका प्रभाव: (साक्षरता एवं जन्मदर के विशेष संदर्भ में). Research J. Humanities and Social Sciences. 5(3): July-September, 2014, 336-342   Available on: https://www.rjhssonline.com/AbstractView.aspx?PID=2014-5-3-15


संदर्भ सूचीः-
1.            देवेन्द्र उपाध्याय,: जनसंख्या विस्फोट सं. - कल्याणी शिक्षा परिषद् दरियागंज नई दिल्ली - 110002
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4.            योजना - 2011 भारत की जनगणना, 538 योजना भवन, संसद मार्ग, नई दिल्ली 110001
5.            रोजगार और निर्माण भोपाल दिनांक 08.07.2013 से 14.07.2013
6.             Indian States Ranking by Fertitlity Rate - Wikipedia the Free Encyclopedia

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RNI: Not Available                     
DOI: 10.5958/2321-5828 


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