Author(s): डाॅ. अर्चना सेठी

Email(s): archanasethi96@gmail.com

DOI: Not Available

Address: डाॅ. अर्चना सेठी
संविदा व्याख्याता (अर्थशास्त्र) पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर
*Corresponding Author:

Published In:   Volume - 2,      Issue - 3,     Year - 2011


ABSTRACT:
राज्य के नगरीय जनसंख्या वृद्धि के अध्ययन से स्पश्ट होता है कि नगरों की संख्या, उनके आकार में परिवर्तन एवं नगरीय जनसंख्या की वृद्धि का प्रतिशत अंतर में असमानता है। अर्थात् नगरीकरण का स्वरूप असंतुलित है। स्वतंत्रता पूर्व नगरीय जनसंख्या वृद्धि की गति मंद रही किन्तु स्वतंत्रता के पश्चात् औद्योगिकरण में वृद्धि नगरों का विकास, अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन व रोजगार के कारण नगरों में जनसंख्या का संकेन्द्रण बढ़ा है। इसके अतिरिक्त राज्य में भारी संख्या में उद्योगों एवं व्यापारिक प्रतिश्ठानों की स्थापना, उनके ग्रामीण बस्तियों का नगरीय दर्जा प्राप्त करना एवं नये-नये नगरों का निर्माण के साथ उनके आकार में भारी वृद्धि करना है। इससे राज्य के नगरीय जनसंख्या एवं भागौलिक, आर्थिक एवं सामाजिक क्रियाओं को बल मिलेगा जिससे छत्तीसगढ़ राज्य विकास की दिशा को प्राप्त कर सकेगा।


Cite this article:
डाॅ. अर्चना सेठी. छत्तीसगढ़ मे नगरीय जनसंख्या की प्रवृत्ति (एक आर्थिक एवं भौगोलिक अध्ययन). Research J. Humanities and Social Sciences. 2(3): July-Sept., 2011, 115-118.

Cite(Electronic):
डाॅ. अर्चना सेठी. छत्तीसगढ़ मे नगरीय जनसंख्या की प्रवृत्ति (एक आर्थिक एवं भौगोलिक अध्ययन). Research J. Humanities and Social Sciences. 2(3): July-Sept., 2011, 115-118.   Available on: https://www.rjhssonline.com/AbstractView.aspx?PID=2011-2-3-8


संदर्भ ग्रंथ
1.        अग्रवाल, भीषम एवं श्रीवास्तव, अनुराधाः‘‘मध्यप्रदेश में नगरीय विकास की प्रवृत्ति: एक भागौलिक अध्ययन, रिसर्च लिंग, वर्श टप्प् ;1द्ध पूर्णांक - 48, मार्च 2008।
2.        गोपाल, सीमा:‘‘मध्यप्रदेश में शहरीकरण की प्रवृत्ति एवं स्वास्थ्य‘‘ अप्रकाशित शोध ग्रंथ अर्थ शास्त्र विभाग, बरकत्उल्लाह विश्वविद्यालय, भोपाल।
3.        शिवहरे, जे.पी. एवं यादव, आर.एन.:‘‘छत्तीसगढ़ के नगरीय जनसंख्या में वृद्धि की प्रवृत्ति‘‘ - एक भागौलिक अध्ययन ‘‘शोधपत्र, रिसर्च लिंक, अंक मार्च - मई 2006 - पृ. क्र. 66-65।
4.        सिंह, सुनील कुमार एवं पाठक गणेश कुमारः ‘‘नगरीय जनसंख्या वृद्धि बदलती प्रवृत्तियां एवं समस्याएं‘‘ योजना, जुलाई - 2003।
5.        यादव, आर. एन.:‘‘मध्यप्रदेश में नगरीय विकास का प्रतिरूप‘‘: पी.एच.डी. अप्रकाशित 2002।
6.        भारत की जनगणना 2001ःछत्तीसगढ़ श्रृंखला 23।
7.        जनसंख्या में अंतिम आंकड़े 2001 का पेपर, निर्देशक जनगणना कार्य।

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RNI: Not Available                     
DOI: 10.5958/2321-5828 


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