Author(s): निवेदिता ए.लाल

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Address: श्रीमती निवेदिता ए.लाल
सहायक प्राध्यापक, भूगोलए शासकीय कमलादेवी महिला महाविद्यालयए राजनांदगांव (छ.ग.)
*Corresponding Author

Published In:   Volume - 3,      Issue - 3,     Year - 2012


ABSTRACT:
ग्लोबल वार्मिग के कारण प्रकृति में बदलाव आ रहा है । कहीं भारी वर्षा तो कही सूखा कही लू तो कहीं ठण्ड । ग्लोबल वार्मिग का भारतीय कृषि में दूरगामी प्रभाव पडने की संभावना है इससे फसल चक्र भी अनियमित हो जायेगा तथा कृषि उत्पादकता भी प्रभावित होगी । ऐसा अनुमान है कि 2100 तक फसलों की उत्पादकता में 10-40 प्रतिशत की कमी आयेंगी । सूखा और बाढ़ में बढोतरी होने से फसलों के उत्पादन में अनिश्चितता की स्थिति होगी । फसलों के बोये जाने का क्षेत्र भी बदलेगा, कुछ नये स्थानों पर उत्पादन किया जायेगा। खाद्य व्यापार में पूरे विश्व में असंतुलन बना रहेगा । पशुओं के लिये पानी, पशुशाला और उर्जा संबंधी जरूरतें बढ़ेंगी विशेषकर दुग्ध उत्पादन हेतु । वर्षा आधारित क्षेत्र की फसलों को अधिक नुकसान होगा, क्योकि सिचाई हेतु पानी की उपलब्धता भी कम होती जायेगी । कृषि क्षेत्र में ग्लोबल वार्मिंग के जो संभावित प्रभाव दिखने वाले है वे दो प्रकार के हो सकते है, 1) क्षेत्र आधारित, 2) फसल आधारित । ग्ेंाहॅु और धान हमारे देश की प्रमुख खाद्य फसले है इनके उत्पादन पर अधिक प्रभाव पड रहा है । फसलों के अतिरिक्त पशुओं, मिट्टी, रोग व कीट पर भी प्रभाव पडेगा । वैश्विक तापन को रोकने के लिए कृषि क्रियाओं में सुधार किये जाने पर कुछ हद तक इसमें नियंत्रण पाया जा सकता है ।


Cite this article:
निवेदिता ए.लाल. भारतीय कृषि में वैश्विक तापन का प्रभाव. Research J. Humanities and Social Sciences. 3(3): July-September, 2012, 402-405.

Cite(Electronic):
निवेदिता ए.लाल. भारतीय कृषि में वैश्विक तापन का प्रभाव. Research J. Humanities and Social Sciences. 3(3): July-September, 2012, 402-405.   Available on: https://www.rjhssonline.com/AbstractView.aspx?PID=2012-3-3-21


संदर्भ
1.       धरती का बढता तापमान-डाॅ. हरिओम श्रीवास्तव-उत्तर भारत भूगोल पत्रिका जून 1997 पेज क्र. 79
2.       जलवायु परिवर्तन का कृषि पर प्रभाव-जितेन्द्र द्विवेदी-योजना जून 2009 पेज क्र. 47 -50
3.       कृषि क्रियाओं में सुधार - वैश्विक तपन में उतार-चन्द्रभानु - योजना अप्रेल 2010 पेज क्र. 18-22
4.       जलवायु परिवर्तन - कारण एवं प्रभाव-प्रांजलधर-योजना मार्च 2010, पेज क्र. 23-28
5.       धरती के बढते तापमान का मुकाबला-अश्विनी कुमार लाल - योजना जून 2008, पेज क्र. 24-28
6.       जलवायु में बदलाव की चुनौती - नितिन देसाई-योजना जून 2008, पेज क्र. 11-15
7.       ग्लोबल वार्मिंग का धरती पर प्रभाव-मयंक श्रीवास्तव-कुरूक्षेत्र जनवरी 2008, पेज क्र. 19-23

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