Author(s): कु. क्रेसेन्सिया बखला

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Address: कु. क्रेसेन्सिया बखला
शोध छात्रा, डिग्री गल्र्स कालेज रायपुर (छ.ग.) *Corresponding Author

Published In:   Volume - 5,      Issue - 2,     Year - 2014


ABSTRACT:
दुनिया में तेजी से हो रहे सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक बदलाव का मनुष्य के जीवन और स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ रहा है, समय तेजी से आगे और आगे बढ़ता चला जा रहा है सब कुछ पीछे ढ़केलता हुआ। आम नागरिक समय के साथ चलने की कोशिश में बहुत कुछ खोते जा रहा है।1 इनमें से स्वास्थ्य भी एक प्रमुख अंग है। यह जीवन के सभी पहलुओं को प्रभावित करता है मानव का सर्वांगीण विकास उन्नति का आधार स्वास्थ्य ही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी यही परिभाषा निर्धारित किया है कि स्वास्थ्य से आशय केवल बीमारी एवं दुर्बलता का अभाव नहीं, वरन उस अवस्था से है, जब मनुष्य शारीरिक एवं मानसिक रूप से पूरी तरह ठीक हो।2 महर्षि चरक के शब्दो में, धर्म­अर्थ, काम, मोक्ष इन चारों का मूल आधार समाज है, मानव जीवन की सफलता धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष प्राप्त करने में निहित है किन्तु सबका आधारशील है, मनुष्य का स्वास्थ्य।3


Cite this article:
कु. क्रेसेन्सिया बखला. स्वास्थ्य समस्याओं की चुनौतियों जूझता आदिम समाज. Research J. Humanities and Social Sciences. 5(2): April-June, 2014, 247-250

Cite(Electronic):
कु. क्रेसेन्सिया बखला. स्वास्थ्य समस्याओं की चुनौतियों जूझता आदिम समाज. Research J. Humanities and Social Sciences. 5(2): April-June, 2014, 247-250   Available on: https://www.rjhssonline.com/AbstractView.aspx?PID=2014-5-2-20


संदर्भ ग्रंथ:­
1.     योजना, जनवरी 2010, प्ैै छ.09771.8397 पृ.क्रं. 18­21.
2.     प्रधान, अशोक,जनजातीय जनांकिकी, शताश्री प्रकाशन,   रायपुर,संस्करण 2004,पृ.क्रं.­ 33.
3.     शुक्ल, महेश, शरीफ खान, मोहम्मद; खैरवार जनजाति, सामाजिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक अध्ययन, अजुर्न पब्लिसिंग     हाऊस प्रथम संस्करण 2004­ पृ.क्रं.98­99.
4.     श्रीवास्तव, मनीष; पर्यावरण और नई संख्या नीति, यूनिवसिर्टी   पब्लिकेशन्स, नई दिल्ली, 110015, संस्करण, 2002, पृ. क्रं. 33
5.     योजना सितम्बर 2011, प्ैैछ.09771.8397 पृ. क्रं.­ 13
6.     गुप्ता, मंजु; जनजातियों का सामाजिक­आर्थिक उत्थान, अजुर्न   पब्लिसिंग हाऊस, नई दिल्ली, प्रथम संस्करण­ 2003, पृ. क्रं. 01.
7.     क्रोनिकल दिसम्बर 2013, वर्ष­ 23, अंक­03, पृ.क्रं. 16­17.
8.     आउट लुक पत्रिका मार्च 2014 पृ.क्रं.­ 46.

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