Author(s): बी एल सोनेकर एवं आर के ब्रम्हे

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Address: बी एल सोनेकर एवं आर के ब्रम्हे
अर्थशास्त्र अध्ययनशाला, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर (छ.ग.)
Corresponding Author:

Published In:   Volume - 1,      Issue - 1,     Year - 2010


ABSTRACT:
किसी भी देश या राज्य के आर्थिक विकास में प्राकृतिक साधनों और पूंजी का महत्वपूर्ण स्थान होता है लेकिन ये सजीव पदार्थ नहीं है। वास्तव में किसी देश की आर्थिक विकास की गति वहाँ के मानवीय संसाधन की योग्यता और कार्यकुशलता पर निर्भर करता है। मानवीय संसाधन और आर्थिक विकास में प्रत्यक्ष सम्बन्ध होता है, क्योंकि आर्थिक विकास में तकनीकी ज्ञान, शिक्षा, नवीन आविष्कार, तकनीकी प्रयोग आदि का काफी महत्व होता है, जिसका सम्बन्ध मानवीय संसाधन से होता है।


Cite this article:
बी एल सोनेकर एवं आर के ब्रम्हे. जनसंख्या का आर्थिक विकास पर प्रभाव (छत्तीसगढ़ राज्य के संदर्भ में). Research J. of Humanities and Social Sciences. 1(1): Jan.-March 2010, 45-47.

Cite(Electronic):
बी एल सोनेकर एवं आर के ब्रम्हे. जनसंख्या का आर्थिक विकास पर प्रभाव (छत्तीसगढ़ राज्य के संदर्भ में). Research J. of Humanities and Social Sciences. 1(1): Jan.-March 2010, 45-47.   Available on: https://www.rjhssonline.com/AbstractView.aspx?PID=2010-1-1-10


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RNI: Not Available                     
DOI: 10.5958/2321-5828 


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